प्रिय साथियों, भारत में जब भी धार्मिक और सांस्कृतिक त्यौहारों की बात आती है तो उनमें से एक बड़ा और लोकप्रिय त्यौहार है गणेश चतुर्थी। यह पर्व पूरे देशभर में बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इसी वजह से इस दिन ज्यादातर जगहों पर स्कूल, कॉलेज और कई सरकारी कार्यालयों में छुट्टी घोषित की जाती है। आइए जानते हैं विस्तार से।
गणेश चतुर्थी क्या है?
गणेश चतुर्थी को गणपति बप्पा का जन्मोत्सव माना जाता है। यह त्यौहार भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और सिद्धि विनायक कहा जाता है, और इस दिन भक्त उनकी मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना करते हैं।
स्कूल और कॉलेज में छुट्टी क्यों रहती है?
1. यह त्यौहार खासकर महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गोवा और कई अन्य राज्यों में बड़े स्तर पर मनाया जाता है।
2. चूंकि इस दिन घर-घर और सार्वजनिक पंडालों में गणेश जी की स्थापना की जाती है, इसलिए छात्रों और परिवारों को तैयारी करने और पूजा में शामिल होने का समय मिले, इसीलिए छुट्टी दी जाती है।
3. अलग-अलग राज्यों के शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार यह दिन गजetted Holiday के रूप में दर्ज रहता है।
छुट्टी का महत्व
छात्रों और शिक्षकों को धार्मिक पर्व को पूरे उत्साह के साथ मनाने का अवसर मिलता है।
यह त्यौहार बच्चों को भारतीय संस्कृति और परंपरा से जोड़ने में मदद करता है।
कई स्कूल और कॉलेज इस मौके पर गणेशोत्सव प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित करते हैं।
अलग-अलग राज्यों में स्थिति
महाराष्ट्र: यहाँ पर गणेश चतुर्थी का सबसे ज्यादा महत्व है और इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज और ऑफिस बंद रहते हैं।
कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा: यहाँ भी छुट्टी का ऐलान होता है।
उत्तर भारत: कई जगहों पर छुट्टी स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार की अधिसूचना पर निर्भर करती है।
निष्कर्ष
गणेश चतुर्थी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं बल्कि आस्था, संस्कृति और एकता का प्रतीक है। इस दिन बच्चों और युवाओं को छुट्टी देकर उन्हें पारिवारिक और सामाजिक उत्सव में शामिल होने का मौका दिया जाता है। यही कारण है कि स्कूल और कॉलेजों में इस दिन अवकाश घोषित किया जाता है।